stock market एक ऐसी मार्केट है जंहा लोग रात की रात मे रोड पर आ जाते है या महलों के मालिक बन जाते है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस तरह के कारोबार में लाभ-हानि के पीछे का कारण आपके ग्रह और नक्षत्र और विशेष योग हो सकते हैं।
जिन लोगों की कुंडली ऐसी हो, उन्हें होगा लाभ
- यदि कुंडली के पंचम भाव में पंचम भाव के स्वामी ग्रह मजबूत होते हैं, तब ऐसे लोगों को शेयर मार्केट में अच्छी सफलता मिलती है।
- कुंडली के दूसरे भाव और नवम भाव के स्वामी ग्रह के मजबूत होने से भी शेयर मार्केट से लाभ मिलता है।
- यदि पांचवे भाव का स्वामी दूसरे भाव में बैठा हो और दसवें भाव का स्वामी ग्यारहवें भाव या पांचवे भाव में हो तो भी शेयर मार्केट से लाभ मिलता है।
- यदि दूसरे भाव का स्वामी ग्यारहवें भाव में और ग्यारहवें भाव का स्वामी दूसरे भाव में बैठा हो तब भी शेयर मार्केट से मुनाफा कमा सकते हैं।
- यदि धन के कारक ग्रह बृहस्पति लग्न में स्थित हों और उनपर दूसरे, पांचवे, और नवम भाव के स्वामी ग्रह की दृष्टि पड़ रही हो, तब भी शेयर मार्केट से लाभ मिलता है।
- यदि 1st, 2nd, 5th, 10th, 11th भाव के स्वामी ग्रहों के बीच सम्बन्ध हो, तो जातक शेयर मार्केट से रिलेटेड क्षेत्र को अपना करियर बनाता है।
- अगर कुंडली में चन्द्रमा और मंगल का दृष्टि-सम्बन्ध हो, और ग्यारहवें भाव में बृहस्पति, राहु या बुध स्थित हो तो भी शेयर मार्केट से लाभ मिलता है।
कब होता है शेयर मार्केट से नुकसान - अगर कुंडली के धन भाव में राहु होते हैं तो शेयर मार्केट में व्यक्ति को आर्थिक रूप से निराशा का सामना करना पड़ता है।
- यदि चंद्रमा कुंडली के आठवें घर में हैं तो मिलीजुली स्थिति बनेगी। इस समय शेयर बाजार से पैसा कमा भी सकते हैं और गंवा भी सकते हैं। लेकिन ऐसे व्यक्ति लम्बे समय तक शेयर बाजार से जुड़े रहते हैं।